✡ शमी की जड़ ✡

शमी की जड़

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शमी की जड़ के कई फायदे बताए गए हैं, जिनमें मानसिक शांति, शनि दोष से मुक्ति, और त्वचा रोगों में आराम शामिल हैं। 

शमी की जड़ के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:

  • त्वचा रोगों में आराम:

    कुछ स्वास्थ्य वेबसाइटों के अनुसार शमी में सूजन-रोधी और रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो त्वचा रोगों, जैसे खुजली और बिच्छू के डंक के लिए फायदेमंद होते हैं। कुछ स्वास्थ्य वेबसाइटों के अनुसार 

  • अन्य लाभ:

    शमी की जड़ का उपयोग पाचन में सुधार, हृदय स्वास्थ्य, और श्वसन मार्ग के संक्रमणों के लिए भी किया जाता है। 

  • मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन:

    शमी की जड़ का उपयोग मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन के लिए किया जाता है। कुछ ज्योतिषीय वेबसाइटों के अनुसार यह व्यक्ति को मानसिक रूप से मजबूत बनाता है और तनाव व चिंता से मुक्ति प्रदान करता है। ज्योतिषीय वेबसाइटों के अनुसार 

  • शनि दोष और साढ़ेसाती से मुक्ति:

    ज्योतिष में, शमी की जड़ को शनि देव से संबंधित माना जाता है। माना जाता है कि इसे हाथ में बांधने से शनि दोष और साढ़ेसाती के बुरे प्रभावों से मुक्ति मिलती है, खासकर उन लोगों के लिए जो नीलम रत्न नहीं पहन सकते। 

शमी की जड़ का उपयोग कैसे करें:

  • शमी की जड़ को गंगाजल से शुद्ध करके काले कपड़े में बांधकर हाथ में बांधा जाता है। 
  • पुरुष दाएं हाथ में और महिलाएं बाएं हाथ में बांध सकती हैं। 
  • बांधने के बाद, शनि देव के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए। 
  • शमी के पेड़ की पत्तियां गणेश जी को भी अर्पित की जाती हैं। 

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि शमी की जड़ के लाभों के बारे में वैज्ञानिक प्रमाण सीमित हैं, और कुछ लाभों का उल्लेख धार्मिक और पारंपरिक मान्यताओं में किया गया है।